"सदन में आजकल महाभारत सुनाने का किस्सा ज्यादा चल रहा है", ओम बिरला ने किसपर कसा तंज

August 02, 2024 0 Comments

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को सदन में किसी का नाम लिए बगैर तंज कसते हुए कहा कि ‘‘आजकल यहां महाभारत सुनाने का किस्सा ज्यादा चलता है।’’ उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की जब सदन में प्रश्नकाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद प्रदीप पुरोहित ने आयुष मंत्रालय से संबंधित प्रश्न पूछने के दौरान रामायण के एक प्रसंग का उल्लेख किया। इस पर बिरला ने कहा, ‘‘आप महाभारत मत सुनाइए, प्रश्न पूछिए। आजकल महाभारत सुनाने का किस्सा ज्यादा चलता है यहां पर।’’ लोकसभा अध्यक्ष ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन गत सोमवार को सदन में बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाए जाने संबंधी महाभारत के प्रसंग का उल्लेख करते हुए सरकार पर निशाना साधा था। 


राहुल गांधी के चक्रव्यूह वाले बयान पर तंज




राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हिंदुस्तान को अभिमन्यु की तरह चक्रव्यूह में फंसाने का आरोप लगाया था और कहा था कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) इस चक्रव्यूह को तोड़ेगा। बता दें कि बीते दिनों लोकसभा में जब राहुल गांधी ने अभिमन्यु और चक्रव्यूह के किस्से का जिक्र किया, उसके बाद जाति को लेकर सदन में खूब हंगामा देखने को मिला। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक बयान देते हुए कह दिया कि जिसे अपनी जाति का पता नहीं वह जातिगत जनगणना कराने की बात करता है।


जाति पर सदन में गरमा-गरमी




इसके बाद फिर भाजपा को विपक्षी दलों ने घेरने का प्रयास किया। इसके बाद अनुराग ठाकुर ने बयान देते हुए अगले दिन सदन में कहा कि मैंने किसी व्यक्ति विशेष का नाम नहीं लिया। मेरा तात्पर्य था कि जिसे जातियों की जानकारी नहीं वह जातिगत जनगणना की बात कर रहा है। बता दें कि इस मामले पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। सदन में बोलते हुए अखिलेश यादव ने अनुराग ठाकुर को घेरने का प्रयास किया और उन्होंने कहा कि आखिर ये किसी की जाति के बारे में कैसे पूछ सकते हैं। यह पूरी तरह से अनुचित व्यवहार है।


(इनपुट-भाषा)


http://dlvr.it/TBNxS9

Amol Kote

Some say he’s half man half fish, others say he’s more of a seventy/thirty split. Either way he’s a fishy bastard.

0 Comments: