कब्ज की समस्या को लंबे समय तक अनदेखा करने पर शरीर को घेर सकती हैं ये गंभीर बीमारियां, जानें बचाव के तरीके

August 03, 2024 0 Comments

इन दिनों लोगों की जीवनशैली में बहुत ज़्यादा बदलाव आया है जिसका खामियाजा हमारे शरीर को कई गंभीर बीमारियों के रूप में चुकाना पड़ता है। जैसे आजकल लोग कब्ज की समस्या से बहुत ज़्यादा परेशान होता है। कब्ज की समस्या में पेट साफ़ नहीं होता है और मल त्यागने में बहुत ज़ोर लगाना पड़ता है। यह समस्या किसी को भी हो सकती है। खासकर,  जिनका पेट साफ़ नहीं होता है उन्हें इसका ज़्यादा सामना करना पड़ता है। लेकिन, अगर आप कब्ज की समस्या को लगातार अनदेखा कर रहे हैं तो इस वजह से आप कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। चलिए,  जानते हैं इससे बचाव के उपाय?


कब्ज की समस्या को अनदेखा करने पर हो सकती हैं ये गंभीर बीमारियां:





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बवासीर: कब्ज के कारण मल त्यागने में परेशानी होती है, जिससे बवासीर हो सकता है। बवासीर आपके निचले मलाशय में सूजी हुई नसों की वजह से होता है। मलाशय के अंदर बवासीर आमतौर पर दर्द रहित होती है, लेकिन इसमें खून बहने लगता है।


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एनल फिशर: जब गुदा या नली में कोई कट लग जाता है तो उस वजह से एनल फिशर हो सकता है। गुदा या नली में कट तब लगता है जब मल कठोर आता है या बहुत ज़ोर लगाने पर आता है। इस समस्या में मल के साथ कई बार खून भी निकलता है और कब्ज के कारण गुदा के पास लगातार खुजली होती है.


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रेक्टल प्रोलैप्स: रेक्टल प्रोलैप्स तब होता है जब मलाशय  गुदा के अंदर खिसक जाता है। यह इसे अपनी जगह पर रखने वाली मांसपेशियों के कमज़ोर होने के कारण होता है। रेक्टल प्रोलैप्स बवासीर जैसा दिख सकता है या महसूस हो सकता है, लेकिन बवासीर के विपरीत, यह अपने आप ठीक नहीं होता है। इसे ठीक करने के लिए आपको सर्जरी की आवश्यकता होगी।


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फेकल इम्पैक्शन: फेकल इम्पैक्शन लगातार कब्ज हों की वजह से होता है। जब मल आपके मलाशय के अंदर फंस जाता है। तो इस वजह से यह समस्या शुरू होती है। ऐसे में इन बीमारियों से बचने के लिए कब्ज की समस्या को अनदेखा न करें और नियमित रूप से डॉक्टर से संपर्क में रहें।





कैसे करें बचाव?




कब्ज का इलाज़ संभव है। कब्ज होने पर नियमित रूप से डॉक्टर से सम्पर्क करें। उनके द्वारा बतायी गई दवाइयों का सेवन करे। इसके अलावा आप अपनी लाइफ स्टाइल बेहतर करें। फाइबर से भरपूर सब्जियों का सेवन करें। खूब पानी पियें। तरल पदर्थो को अपनी डाइट में करें शामिल। मल आने पर उसे रोके नहीं। रोज़ाना एक्सरसाइज़ करें। 


 


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Amol Kote

Some say he’s half man half fish, others say he’s more of a seventy/thirty split. Either way he’s a fishy bastard.

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