राज्यसभा चुनावः हरियाणा में क्रॉस वोटिंग करने वाले MLA कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस से बाहर, जानें पलटवार में क्या कहा
10 जून को हुए राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई पर पार्टी ने एक्शन लिया है। पार्टी की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी से विचार विमर्श करने के बाद कुलदीप बिश्नोई को सीडब्ल्यूसी (विशेष आमंत्रित) की सदस्यता से हटा दिया गया है। इसके अलावा पार्टी विधानसभा से सदस्यता रद्द कराने के लिए अध्यक्ष को पत्र लिखेगी।
कांग्रेस की तरफ से जारी एक लेटर में केसी वेणुगोपाल की तरफ से कहा गया कि पार्टी विधायक कुलदीप बिश्नोई को पार्टी के सभी मौज़ूदा पदों से तत्काल प्रभाव से निष्कासित किया जाता है। बता दें कि बिश्नोई ने इससे पहले हरियाणा में राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी।
पार्टी से निकालने जाने पर कुलदीप बिश्नोई ने ट्वीट के जरिए पलटवार किया है। उन्होंने लिखा, “कुछ नेताओं के लिए कांग्रेस में नियम भी हैं लेकिन कुछ के लिए नियम सिर्फ अपवाद हैं। पार्टी के नियम चुनिंदा रूप से लागू होते हैं। बीते समय में अनुशासनहीनता को बार-बार नजरअंदाज किया गया है। मेरे मामले में, मैंने अपनी आत्मा की सुनी और अपनी नैतिकता पर काम किया।”
गौरतलब है कि 10 जून को हरियाणा राज्यसभा के लिए दो सीटों के लिए मतदान हुए थे। जिसमें भाजपा ने एक और कांग्रेस ने एक सदस्य को नामित किया था। वहीं इस चुनाव में कार्तिकेय शर्मा निर्दलीय के तौर पर मैदान में थे। सामने आए नतीजों में भाजपा के कृष्ण लाल पंवार और भाजपा-जजपा द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा को जीत मिली है।
वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार अजय माकन को हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई पर आरोप है कि उन्होंने इस चुनाव में क्रॉस वोटिंग किया, जिसकी वजह से अजय माकन जीत नहीं सके। अजय माकन की हार के बाद कुलदीप बिश्नोई ने अपने एक ट्वीट में लिखा, “फन कुचलने का हुनर आता है मुझे, सांप के खौफ से जंगल नही छोड़ा करते।”
हार का गणित: बता दें कि रिटर्निंग ऑफिसर आरके नंदल ने जानकारी दी कि भाजपा उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार को 36 वोट मिले। वहीं कार्तिकेय शर्मा को प्रथम वरीयता के 23 मत मिले और 6.6 वोट भाजपा से स्थानांतरित होकर आए। जिससे कार्तिकेय शर्मा को मिलने वाले मतों की कुल संख्या 29.6 हो गई। इसके अलावा कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन को 29 वोट हासिल हुए। उनके पास दूसरी वरीयता का कोई वोट न होने के चलते वो जीत न सके।
चुनाव से पहले कांग्रेस थी आश्वस्त: राज्यसभा चुनाव की वोटिंग से पहले हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा था कि कांग्रेस के पास पर्याप्त संख्या है। एक सीट के लिए 31 विधायक चाहिए। और कांग्रेस के कुल 31 विधायक हैं। ऐसे में कांग्रेस का एक उम्मीदवार आसानी से जीत जाएगा।
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