आज की ताजा खबर, रुकावट के लिए खेद है, जम गए क्‍या, आपका आंसर गलत है, जर्मनी में पीएम मोदी ने यूं बांधा समां https://ift.tt/A60OrX2

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बर्लिन में भारतीयों को संबोधित किया। जय श्री राम की गूंज और मोदी-मोदी के नारे के बीच जर्मनी में बसे भारतीयों ने गर्मजोशी से पीएम मोदी का स्वागत किया। पीएम मोदी ने देश के विकास से लेकर लोकल फॉर वोकल, स्टार्टअप, अनुच्छेद 370 हटाने समेत अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। पर बीच में एक समय ऐसा भी आया जब प्रधानमंत्री भाषण देते हुए रुक गए और बोले रुकावट के लिए खेद है।

प्रधानमंत्री मोदी ने बर्लिन में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे मां भारती की संतानों से आज जमर्नी में आकर मिलने का अवसर मिला है। आज सुबह मैं बहुत हैरान था कि यहां इतनी ठंड है लेकिन कईं छोटे छोटे बच्चे भी सुबह 4-4.30 बजे आ गए थे। आपका ये प्यार और आशीर्वाद मेरी बड़ी ताकत है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने अपने भाषण में कुछ ऐसी बातें बोलीं जिनकी सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के इसी काल में भारत ने 150 से ज्यादा देशों को जरूरी दवाइयां भेजकर अनेकों जिंदगियां बचाने में मदद की है। संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने हंसते हुए कहा, “साथियों आज की ताजा खबर, रुकावट के लिए खेद है।”

भारत सॉल्यूशन देता है: उन्होंने कहा, “आज विश्व गेहूं की कमी का सामना कर रहा है। इस समय हिंदुस्तान का किसान दुनिया का पेट भरने के लिए आगे आ रहा है। जब भी मानवता के सामने कोई संकट आता है, तो भारत समाधान के साथ सामने आता है। यही नया भारत है, यही नए भारत की ताकत है।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो संकट लेकर आते हैं संकट उनको मुबारक, भारत सॉल्यूशन देता है।

आपका आंसर गलत है: बर्लिन में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि आप में से जो लोग बरसों से भारत नहीं गए हैं उन्हें शर्मिंदगी महसूस करने की जरूरत नहीं है। पर हां, उनको जरूर लगता होगा कि ये हुआ कैसे? इतना बड़ा परिवर्तन आया कैसे? इस पर हॉल में मौजूद लोग मोदी-मोदी चिल्लाने लगे। जिसे सुनकर प्रधानमंत्री बोले, “जी नहीं साथियों आपका आंसर गलत है।”

हाथ जम गए क्या? पीएम मोदी ने गुड्स एंड एक्सपोर्ट की बात करते हुए कहा कि पिछले साल भारत से करीब 50 लाख करोड़ का एक्सपोर्ट हुआ है। इस बात पर जब हॉल में मौजूद लोगों ने ताली नहीं बजाई तो प्रधानमंत्री ने हंसते हुए कहा कि आंकड़ा देखकर हाथ जम गए क्या? जिसके बाद हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।



Amol Kote

Some say he’s half man half fish, others say he’s more of a seventy/thirty split. Either way he’s a fishy bastard.

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