जहां सुनो लाउडस्पीकर पर अजान, वहीं बजाओ हनुमान चालीसा- हिन्दुओं से राज ठाकरे की अपील https://ift.tt/A60OrX2

ईद को ध्यान में रख 3 मई के ऐलान से पीछे हटने के बाद मनसे चीफ राज ठाकरे के तेवर फिर तल्ख हो रहे हैं। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक राज ठाकरे ने सभी हिंदुओं से अपील की है कि वो 4 मई को जहां भी लाउड स्पीकर से अजान बजती सुनें हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दें। तभी उ्हें पता चलेगा कि इनसे किस तरह की परेशानी पैदा हो रही है।

एक मई को औरंगाबाद की रैली में ठाकरे ने लोगों से कहा था कि अगर मस्जिदों के ऊपर से लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो वो उनके बाहर हनुमान चालीसा बजाएं। हालांकि पहले विरोध का समय 3 मई से रखा गया था लेकिन शव्वाल का चांद देरी से दिखने की वजह से इस बार ईद 3 मई को मनाई गई। राज ठाकरे ने ईद की वजह से अपने नेताओं को कहा था कि वो समुदाय में किसी तरह का झगड़ा नहीं चाहते लिहाजा 3 मई को किसी भी तरह का धार्मिक पाठ न किया जाए।

उधर, औरंगाबाद पुलिस ने मंगलवार को राज ठाकरे के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है। ठाकरे की रैली को लेकर ये मुकदमा दर्ज हुआ। रैली के आयोजकों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। 4 मई के मद्देनजर मुंबई पुलिस ने मनसे के 100 लोगों को धारा 149 के तहत नोटिस जारी किया है। अब तक 15 हजार से अधिक लोगों के खिलाफ एहतियाती कार्रवाई की जा चुकी है। हालांकि राज ठाकरे पर मामला दर्ज होने के बीच मनसे नेताओं ने कहा कि वो अपने पार्टी प्रमुख के खिलाफ आगे और कार्रवाई होने की स्थिति में सड़कों पर उतरेंगे।

आरपीआई (ए) कार्यकर्ता मस्जिदों की करेंगे रक्षा

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि अगर किसी ने जबरदस्ती लाउडस्पीकर हटाने की कोशिश की तो उनके कार्यकर्ता मस्जिदों की रक्षा करेंगे। उनकी पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि मुस्लिम समुदाय को अन्याय का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि हम मस्जिद के बाहर हनुमान चालीसा पाठ के खिलाफ नहीं हैं। हमारा विरोध राज ठाकरे धमकी को लेकर है। अगर कोई मस्जिदों से लाउडस्पीकर को जबरन हटाने की कोशिश करता है तो आरपीआई (ए) कार्यकर्ता मस्जिदों की रक्षा करेंगे।

शेलार ने ली संजय राउत की चुटकी

महाराष्ट्र से भाजपा के विधायक आशीष शेलार ने शिवसेना के इस दावे पर मंगलवार को चुटकी ली कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराने में उसके कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि ऐसा है तो बाबरी विध्वंस की जांच के लिए गठित लिब्रहान आयोग में उद्धव ठाकरे नीत पार्टी के पदाधिकारियों के नाम क्यों नहीं आए।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाल में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि 1992 में जब कारसेवकों ने विवादित ढांचा ढहाया था तब उसके नेता कहां छिपे हुए थे। शेलार ने कहा कि बाबरी मस्जिद ढहाने में अगर शिवसेना शामिल थी तो लिब्रहान कमीशन की रिपोर्ट में पार्टी का नाम क्यों नहीं था। उन्होंने कहा कि संजय राउत को यह बताना चाहिए कि जब बाबरी मस्जिद ढहाई जा रही थी तब उद्धव ठाकरे क्या कर रहे थे। मनोहर जोशी और लीलाधर ढाके जैसे शिवसेना के नेताओं को लेकर जा रहे विमान का रास्ता क्यों बदला गया और वे ढांचा ढहाए जाने के बाद क्यों पहुंचे।



Amol Kote

Some say he’s half man half fish, others say he’s more of a seventy/thirty split. Either way he’s a fishy bastard.

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