दिल्ली में आंधी ने मचाई तबाही, जामा मस्जिद की गुंबद को नुकसान, हवाई यातायात पर भी असर; मंगलवार को भी हो सकती है बारिश
30 मई को देश की राजधानी दिल्ली में तेज हवा के साथ हुई बारिश से कई इलाकों में पेड़ टूटकर गिर पड़े। इसके साथ ही कई जगहों पर जलभराव की भी स्थिति देखी गई। वहीं दिल्ली की जामा मस्जिद को तेज आंधी-तूफान के चलते नुकसान पहुंचा है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक जामा मस्जिद के गुंबद पर लगा कलश(बुर्ज) टूट गया। वहीं गुंबद से पत्थर गिरने के कारण कई लोग घायल भी हो गए।
बता दें कि सोमवार को तेज़ बारिश और आंधी के चलते जामा मस्जिद के बीच में स्थित गुंबद का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस ने जानकारी दी कि ओलावृष्टि और बारिश के बाद छज्जा गिरने से 50 वर्षीय व्यक्ति की मृत्यु हो गई है। वहीं जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने बताया कि तेज़ बारिश और आंधी में जामा मस्जिद के बीच में स्थित गुंबद का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, उसके 2-3 टुकड़े हुए हैं जो ज़मीन पर गिरे हैं।

उन्होंने कहा कि अगर इसे तुरंत नहीं हटाया गया तो ये अपने सामने स्थित दीवार और बीच के पूरे गुंबद को क्षति पहुंचाएगा। बुखारी ने कहा कि इसके अलावा भी आज की बारिश में मस्जिद के पत्थर तहस-नहस हुए हैं। इस दौरान 2-3 लोग भी घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि मैं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की मदद से मस्जिद की तत्काल मरम्मत करने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखूंगा।
वहीं दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी कि उत्तरी दिल्ली इलाके में ओलावृष्टि के बाद एक 65 वर्षीय व्यक्ति की मृत्यु हो गई। और तेज हवा के चलते रात 8 बजे तक दिल्ली में 294 पेड़ गिरे हैं। बता दें कि दिल्ली में खराब मौसम के कारण 8 फ्लाइट को भी डायवर्ट किया गया है।

बता दें कि सोमवार को हुई बारिश से पहले दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में रविवार की शाम को भी बारिश और आंधी-तूफान देखा गया था। तूफान की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक दर्ज की गई। वहीं सोमवार दोपहर के बाद मौसम विभाग ने दिल्ली- एनसीआर के कई क्षेत्रों के लिए भी बारिश का अलर्ट जारी किया था।
वहीं सोमवार को हुई बारिश और तेज हवा के झोकों के बाद अब मौसम विभाग ने मंगलवार को लेकर भी आगाह किया है। अनुमान के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को भी बारिश हो सकती है। आसमान में बादल छाए रहेंगे और मध्यम तीव्रता वाली बारिश देखने को मिलेगी।
https://ift.tt/VpHaRil
0 Comments: