राजस्थानः चिंतन शिविर में उठी प्रियंका को कमान सौंपने की मांग, जानें किस मामले में मिली बागी गुट को कामयाबी
राजस्थान के उदयपुर में जारी कांग्रेस के चिंतन शिविर में प्रियंका गांधी को कमान सौंपने की मांग उठी है। उधर कांग्रेस के बागी नेताओं की एक प्रमुख मांग को भी आलाकमान ने मान लिया है।
प्रियंका गांधी- चिंतन शिविर की बैठक में शनिवार को पार्टी नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि प्रियंका गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए, क्योंकि आज के समय में वो सबसे लोकप्रिय चेहरा हैं। उन्होंने कहा- “दो साल से राहुल गांधी को मनाने की कोशिश की जा रही है। अगर वह तैयार नहीं हैं, तो प्रियंका गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए।
आचार्य प्रमोद ने ये बातें पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी के सामने ही कही। आचार्य प्रमोद कृष्णम अकेले नहीं हैं जिन्होंने ये मांग की हो। पार्टी के सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी कुछ इसी तरह की मांग करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी को राष्ट्रीय स्तर पर लाया जाना चाहिए न कि केवल एक राज्य तक सीमित रहना चाहिए।
वहीं कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस सौ साल से भी अधिक समय से भारतीय राजनीति के केंद्र में रही है। वहीं हर पहलू से भाजपा ने देश को नीचा दिखाया है। युवाओं को नौकरी की जरूरत है और प्रगति की जरूरत है, लेकिन आज हर मोर्चे पर केंद्र सरकार फेल है। उन्होंने कहा- “सोनिया गांधी ने कहा कि यह पार्टी को देने का समय है। हम चुनौतियों से पार पाएंगे। पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है और हम सभी पार्टी के सिपाही हैं। राहुल गांधी पार्टी के नेता हैं और हम सभी उनके साथ पीछे खड़े हैं।”
असंतुष्टों की मांगें- चिंतन शिविर में कांग्रेस आलाकमान ने असंतुष्टों की बड़ी मांगों में से एक ‘संसदीय बोर्ड का गठन’ करने के सुझाव को मान लिया है। इस सुझाव को अब कांग्रेस कार्यसमिति की मंजूरी की जरूरत है, जो पार्टी में सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है।
संसदीय बोर्ड, लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों का फैसला करने वाली कांग्रेस चुनाव समिति की जगह लेगी। इस नए पद के लिए चुनाव होंगे या नियमित सदस्यों द्वारा इसका गठन किया जाएगा यह फैसला कांग्रेस आलाकमान पर छोड़ दिया गया है।
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