Teesta Setalvad पर BJP की प्रेस कॉन्फ्रेंस: गौरव भाटिया बोले- वो पीडि़तों के दर्द का भाव लगाते हैं ताकि रुपए कमाएं, वो फंसाने के लिए झूठे हलफनामे देते हैं
Teesta Setalvad Case पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का असली चेहरा सामने आया है। वो पीड़ितों के दर्द का भाव लगाते हैं, ताकि रुपए कमाएं, वो फंसाने के लिए झूठे हलफनामे देते हैं।
गौरव भाटिया ने कहा कि अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने एक एफआईआर दर्ज की और तीस्ता सीतलवाड़ नाम की महिला, जो खुद को चैंपियन ऑफ ह्यूमन राइट्स कहती है, उनका सच सामने आया। तीस्ता सीतलवाड़ केवल संप्रदायिक नफरत फैलाने की छोटी ब्रांच थीं, उसका हेडक्वार्टर कांग्रेस पार्टी में था।
भाटिया ने कहा, ‘तिस्ता सीतलवाड़ के साथ रहे उनके एक साथी के बयानों से स्पष्ट हुआ है कि ये लोग पीड़ित परिवारों के न्याय की लड़ाई नहीं लड़ रहे। इनका निशाना तो गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनीतिक पारी को खत्म करना था।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा एक ऐतिहासिक फैसला 24 जून, 2022 को दिया गया, जिसमें जाकिया जाफरी द्वारा प्रस्तुत याचिका को खारिज किया गया। इस फैसले के बाद कुछ टिप्पणियां की गई, जिनसे मानवाधिकार की रक्षा करने का ठेका लेकर बैठे कुछ लोगों का असली चरित्र सामने आया। उन्होंने कहा कि विगत दो दशकों से एक राजनीतिक षडयंत्र और प्रयास विश्व के सबसे सम्मानित नेता नरेंद्र मोदी के खिलाफ चलाया जा रहा था। इसका संज्ञान लेकर सर्वोच्च अदालत ने लेकर ये टिप्पणी की।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस की सुप्रीम कोर्ट में आस्था भी सुविधा के अनुसार होती है। जब ये फैसला आया तो जयराम रमेश के एक ट्वीट को कांग्रेस ने रि-ट्विट किया कि “जाकिया जाफरी केस में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय अत्यंत निराशाजनक है”।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (24 जून, 2022) को अपने आदेश में 2002 के गोधरा दंगों के मामले में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी और अन्य को विशेष जांच टीम (SIT) द्वारा दी गई क्लीन चिट को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी। सीतलवाड़ के गैर सरकारी संगठन (NGO) ने जकिया जाफरी का समर्थन किया था, जिन्होंने अपनी कानूनी लड़ाई के दौरान दंगों के पीछे एक बड़ी साजिश का आरोप लगाते हुए याचिका दायर की थी। जकिया के पति और कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी दंगों के दौरान मारे गए थे।
कौन हैं तीस्ता सीतलवाड़?
सीतलवाड़ का जन्म 9 फरवरी 1962 को मुंबई में हुआ था। वो एक गुजराती परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता अतुल सीतलवाड़, एक वकील हैं और उनकी मां का नाम सीता सीतलवाड़ है। उनके दादा एम. सी. सीतलवाड़, भारत के पहले महान्यायवादी थे। सीतलवाड़ ने पत्रकार से अल्पसंख्यक अधिकार कार्यकर्ता बने जावेद आनंद से शादी की है।
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