पैगंबर पर टिप्पणी विवाद: सिर तन से जुदा, जुमे की नमाज के बाद पत्थरबाजी ये सब क्या है? शोएब जमुई पर भड़के एंकर, बोले- ये तो देश को सीरिया, अफगानिस्तान बना दिया
एक प्राइवेट न्यूज चैनल पर नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को लेकर देश भर की मस्जिदों में चल रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर डिबेट हो रहा था। इस दौरान जन अधिकार पार्टी के प्रवक्ता शोएब जमई पर एंकर ने जुमे की नमाज पर पत्थरबाजी को लेकर और प्रदर्शन को लेकर सवाल किया। एंकर ने ये भी पूछा कि ये सिर तन से जुदा का मतलब क्या है क्या इस देश को अफगानिस्तान बनाया जा रहा है?
एंकर के इन सवालों पर जाप के प्रवक्ता शोएब जमई ने जवाब देते हुए कहा, वैसे तो टीवी चैनल पर हमेशा हमारी जिम्मेदारी रही है और हमने इसका हमेशा ही निर्वहन किया है। जो लोग वायलेंस की बात करते हैं जो लोग बदला लेने की बात करते हैं वो दोनों ही फ्रीडम ऑफ स्पीच का उल्लंघन करते हैं और नूपुर शर्मा या नवीन जिंदल जिसने भी ये बातें की हैं आईटी सेल के जरिए वो भी गलत है।
देश के 15-20 राज्यों में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन
दरअसल न्यूज-24 टीवी चैनल पर एंकर मानक गुप्ता ने शोएब जमई से देश के 20-25 शहरों में जुमे की नमाज के मस्जिदों पर इकट्ठा हुए मुस्लिमों के विरोध प्रदर्शनों को लेकर सवाल उठाते हुए पूछा कि ये जो 10 -15 राज्यों में इस तरह से प्रदर्श किया जा रहा है ये क्यों हो रहे हैं और क्यों हो रहे हैं इसका जिम्मेदार कौन है? इस सवाल का जवाब देते हुए जमई ने कहा, “सरकार की जो इन दोनों पर नाकाफी कार्यवाही है क्या वो जायज है। अगर प्रधानमंत्री जी शुरुआत में ही नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल पर कार्यवाही कर देते तो शायद कुछ ठीक होता। लेकिन जब अरब देशों में विरोध प्रदर्शन होने लगा तब जाकर प्रधानमंत्री जी ने ये नाकाफी कार्यवाही की।”
शिवलिंग की टिप्पणी पर हुई थी प्रोफेसर की गिरफ्तारी
कुछ दिनों पहले किसी प्रोफेसर या एआईएमआईएम के कार्यकर्ता ने जब शिवलिंग पर टिप्पणी की थी तो कोर्ट ने स्वतः संज्ञान में लेकर गिरफ्तारी की थी, तो वैसी ही कार्यवाही नूपुर शर्मा या नवीन जिंदल पर क्यों नहीं की गई। आज 15 दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है। जब आप बैलेंसवाद की राजनीति करते हैं तो आप चाहते हैं कि बीजेपी के इन फ्रिंज एलिमेंट जिसके बारे में विदेशमंत्री ने कहा कि ये फ्रिंज एलिमेंट हैं तभी मैंने इस शब्द का प्रयोग किया है। मैं अभी तक तो इनको प्रवक्ता के तौर पर सम्मान देता था लेकिन विदेशमंत्री ने खुद इन्हें फ्रिंज एलिमेंट कहा है।
एंकर मानक गुप्ता ने शोएब जमई को लगाई लताड़
शोएब जमई के तर्कों पर एंकर मानक गुप्ता ने उन्हें लताड़ लगाते हुए बताया कि कल जो एफआईआर हुई है उसमें 32 नाम हैं तो फिर प्रदर्शन कर रहे लोग सिर्फ दो नाम (नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल) लेकर क्यों प्रोटेस्ट कर रहे हैं। बाकी नाम क्यों नहीं आ रहे हैं इस प्रोटेस्ट में? ऐसे में अभी आप नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं फिर आप उन 32 नामों की गिरफ्तारी की मांग करेंगे। एंकर ने जमई से सवाल किया कि आखिरकार जुमे की नमाज के बाद देश में इस तरह के प्रदर्शनों का मतलब क्या है? जगह-जगह आगजनी का मतलब क्या है? पत्थरबाजी का मतलब क्या है? सर तन से जुदा – सर तन से जुदा इन नारों का मतलब क्या है?
ये देश कानून से चलेगा, संविधान से चलेगा या सरिया से चलेगा?
मानक गुप्ता ने शोएब जमई पर लगातार सवालों की झड़ी लगा दी उन्होंने जमई से पूछा, ये देश कानून से चलेगा, संविधान से चलेगा या सरिया से चलेगा? एंकर ने कहा मेरे पास ऐसी तस्वीर है आपके प्रदर्शनों की जिसे मैं दिखा भी नहीं सकता हूं। कर्नाटक में नूपुर शर्मा के पुतले को तार से बांधकर लटका दिया है। ये हो क्या रहा है हिन्दुस्तान में? एंकर ने जमई से पूछा क्या आप इसे सीरिया बना देना चाहते हैं? आप इसको लोकतंत्र मत कहिए भीड़ तंत्र है ये। आप दर्शकों को समझाना छोड़कर अपने इन प्रदर्शनकारियों को समझाइए।
क्या है ‘सर तन से जुदा’का नारा क्या है?
वहीं शोएब जमई ने कहा ये कोई वायलेंस की बात नहीं है ये तो प्रोटेस्ट है। जमई ने आगे कहा, जब कहीं से रेप की खबर आती है तो तुरंत ही वहां भीड़ इकट्ठा होकर आरोपी के खिलाफ फांसी की मांग करने लगती है, तो क्या समचमुच उसे फांसी दे दी जाती है। इस पर एंकर ने एक बार फिर जमई के दावों पर सवाल उठाते हुए पूछा, फांसी की मांग तो कानूनी है लेकिन आप ये बताइए ‘सर तन से जुदा’का नारा क्या है? ‘सर तन से जुदा’ का नारा वायलेंस नहीं होता है? सर तन से जुदा कानूनी कार्यवाही नहीं होती है। एक साथ इतने शहरों में प्रदर्शन फिर उसके बाद हिंसा क्यों?
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