Yasin Malik Case: NIA ने यासीन मलिक के लिए मांगी सजा ए मौत, आज फैसला सुनाएगा कोर्ट
एनआईए की विशेष अदालत बुधवार (25 मई, 2022) को कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक की सजा का एलान करेगी। सजा को लेकर कोर्ट की सुनवाई पूरी हो चुकी है और अब सजा का एलान होना है। जानकारी के मुताबिक, यासीन मलिक ने कहा कि वे सजा को लेकर कुछ नहीं बोलेंगे, अदालत को जो सही लगता है, वो सजा दीजिए। बताया जा रहा है कि एनआईए ने यासीन मलिक को मौत की सजा की मांग की है।
बता दें कि यासीन मलिक को टेरर फंडिंग मामले में दोषी ठहराया गया है। सुनवाई के दौरान यासीन ने कबूल किया था कि वे कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल थे। यासीन मलिक पर आपराधिक साजिश रचने, देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने, गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने और कश्मीर में अशांति फैलाने की धाराओं में आरोप तय किए गए थे। यासीन मलिक ने कोर्ट में इन आरोपों को कबूल किया था, जिसके बाद 19 मई को मलिक को दोषी ठहराया गया।
अदालत ने उस पर यूएपीए (UAPA) की धारा 16 (आतंकवादी अधिनियम), 17 (आतंकवादी अधिनियम के लिए धन जुटाने), 18 (आतंकवादी कृत्य करने की साजिश) , 20 (आतंकवादी गिरोह या संगठन का सदस्य होने के नाते) और भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) एवं 124-ए (देशद्रोह) के तहत आरोप तय किए थे। उसने कोर्ट के सामने इन आरोपों को स्वीकार कर लिया था और इन्हें चुनौती देने से इनकार किया था।
यासीन मलिक की सजा को लेकर क्या बोलीं महबूबा मुफ्ती
यासीन मलिक की सजा को लेकर पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा, “फांसी देने से कश्मीर का मसला हल नहीं होगा, उल्टा खराब ही होगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर एक सियासी मसला है, यहां पहले भी कई लोगों को फांसी दी गई, उम्र कैद हो गई, लेकिन उससे तो कश्मीर मसला हल नहीं हुआ। मुझे लगता है कि भारत सरकार की जो राजनीति है इसके अंजाम अच्छे नहीं होंगे, बल्कि इससे हालात दिन पर दिन खराब होते जा रहे हैं। सुलझने के बजाय मसला उलझ रहा है।”
बौखलाया पाकिस्तान
यासीन मलिक को लेकर पाकिस्तान बौखला गया है। पाक क्रिकेट टीम के खिलाड़ी शाहिद अफरीदी ने यासीन मलिक के लिए संयुक्त राष्ट्र से गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि यासीन मलिक पर लगे आरोप झूठे हैं और यूएन को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए। वहीं, भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त रहे अब्दुल बासित ने भी यासीन के पक्ष में आवाज उठाई है और इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने की बात कही।
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