Congress में 5 साल काम के बाद ही मिलेगा टिकट, एक फैमिली से एक ही मौका, पर गांधी फैमिली दायरे से बाहर

May 14, 2022 0 Comments

कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर शुक्रवार (13 मई 2022) से राजस्थान के उदयपुर में शुरू हो रहा है। 400 से ज्यादा प्रतिनिधि और नेता शिविर में भाग लेने के लिए उदयपुर पहुंचे हैं। इस शिविर के दौरान पार्टी ने संगठन में बदलाव के लिए कुछ बड़े फैसले किए हैं। कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने बताया कि कांग्रेस एक परिवार, एक टिकट के नियम पर सहमत है। उन्होंने सम्मेलन के बाद पार्टी में बड़े संगठनात्मक बदलाव का वादा किया।

अजय माकन ने कहा कि पैनल के सभी सदस्य इस बात से पूरी तरह सहमत हैं कि एक परिवार के एक ही सदस्य को टिकट दिया जाए। किसी भी नेता के परिवार के दूसरे सदस्य को कांग्रेस तभी टिकट देगी जब उसने पार्टी में कम से कम पांच साल काम किया हो। हालांकि, इस नियम से गांधी परिवार को छूट मिल सकती है, क्योंकि सभी सदस्य 5 साल से ज्यादा समय से राजनीति में सक्रिय हैं। यहां तक कि प्रियंका गांधी भी 2018-19 में सक्रिय राजनीति में उतरी थीं इसलिए वो भी अगला चुनाव लड़ पाएंगी।

5 साल से ज्यादा समय तक पद पर नहीं: अजय माकन ने बताया कि पार्टी में कोई नेता किसी भी पद पर 5 साल से ज़्यादा नहीं रहेगा। अगर किसी नेता को किसी पद पर वापस लाना होगा तो उसके लिए कम से कम 3 साल का कूलिंग पीरियड जरूरी होगा। अजय माकन ने चिंतन शिविर में लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों के बारे में बताते हुए कहा कि कांग्रेस पदाधिकारियों के प्रदर्शन का आकलन करने के लिए एक ‘असेसमेंट विंग’ स्थापित करने पर विचार कर रही है। कांग्रेस ने शिविर में तय किया है कि अब हर स्तर पर संगठन में कम से कम 50 प्रतिशत युवाओं को शामिल किया जाएगा।

मंडल समिति बनाने का प्रस्ताव: कांग्रेस महासचिव ने बताया कि ब्लॉक और बूथ समितियों के बीच मंडल समिति बनाने पर पार्टी एकमत है। एक मंडल समिति में 15 से 20 बूथ होंगे। अजय माकन ने कहा कि जमीनी स्तर पर सर्वेक्षण और इस तरह के दूसरे कामों के लिए पार्टी में ‘पब्लिक इनसाइट डिपार्टमेंट’ बनाने का प्रस्ताव है। इसके साथ ही कांग्रेस में 6 समूहों का गठन किया गया है जो कि संगठन, देश की आर्थिक और राजनीतिक स्थिति, सामाजिक न्याय, किसानों और युवाओं से संबंधित मुद्दों को उठाएंगे। हर समूह में 60 से 70 लोग होंगे और किसी मुद्दे पर कोई कागजी चर्चा नहीं होगी।

कांग्रेस पार्टी का ढांचा नहीं बदला: कांग्रेस महासचिव ने बताया कि अनुशासन को लेकर भी संगठन के अंदर चर्चा हुई है कि किस तरह से अनुशासन को लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि संगठन के अंदर अनुशासन को और मजबूत करने के लिए क्या कार्रवाई की जानी चाहिए, इसके ऊपर भी चर्चा की जा रही है। अजय माकन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का संगठन है, जिसमें नीचे से ऊपर तक के स्तर पर एक बहुत बड़ा बदलाव आप देख सकेंगे। उन्होंने कहा कि हम लोगों का यह मानना है कि बदलते समय के साथ जो संगठन का ढांचा कांग्रेस पार्टी का है, वह नहीं बदला है।

कांग्रेस में ढांचागत सुधार की जरूरत: वहीं,कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी-आरएसएस की नीतियों की वजह से देश जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है, उन पर विचार करने के लिए ये शिविर अच्छा अवसर है। ये देश के मुद्दों पर चिंतन और पार्टी की समस्याओं पर आत्मचिंतन दोनों ही है। सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस में ढांचागत सुधार की बहुत जरूरत है।

शिविर में सोनिया गांधी ने कहा कि ऐसा माहौल पैदा किया गया है कि लोग लगातार डर और असुरक्षा के भाव में रहें। अल्पसंख्यकों को शातिर तरीके से क्रूरता के साथ निशाना बनाया जा रहा है। अल्पसंख्यक हमारे समाज का अभिन्न अंग हैं और हमारे देश के समान नागरिक हैं। उन्होंने कहा कि हमें संघर्ष करना है और जीतना है। हम पहले जैसे हालात में पार्टी को ले आएंगे। हमें एक बार फिर से साहस दिखाने की जरूरत है। सोनिया गांधी ने कहा कि लोगों की हमसे जो उम्मीदें हैं उनसे हम बेखबर नहीं हैं। हम पूरी विनम्रता के साथ आत्म निरीक्षण कर रहे हैं, हमें उम्मीद है कि जब हम यहां से निकलेंगे तो एक नई ऊर्जा के साथ निकलेंगे।

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Amol Kote

Some say he’s half man half fish, others say he’s more of a seventy/thirty split. Either way he’s a fishy bastard.

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